Hanste Huye Zakhnon Ko Bhulane Lage Hain Hum,
Har Dard Ke Nishaan Mitaane Lage Hain Hum,
Ab Aur Koi Zulm Satayega Kya Bhala,
Zulmon Sitam Ko Ab Toh Satane Lage Hain Hum.
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।
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Kagaz Pe Humne Bhi Zindgi Likh Di,
Ashq Se Seench Kar Unki Khushi Likh Di,
Dard Jab Humne Ubara Lafzon Pe,
Logon Ne Kaha Waah Kya Ghazal Likh Di.
कागज़ पे हमने भी ज़िन्दगी लिख दी,
अश्क से सींच कर उनकी खुशी लिख दी,
दर्द जब हमने उबारा लफ्जों पे,
लोगों ने कहा वाह क्या गजल लिख दी।
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Jo Najar Se Gujar Jaya Karte Hain,
Woh Sitaare Aksar Toot Jaya Karte Hain,
Kuchh Log Dard Ko Jahir Nahin Hone Dete,
Bas ChupChap Bikhar Jaya Karte Hain.
जो नजर से गुजर जाया करते हैं,
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को जाहिर नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।
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