हमारी मोहब्बत जरूर अधूरी रह गयी होगी पिछले जन्म मे,
वरना इस जन्म की तेरी ख़ामोशी, मुझे इतना बेचैन न करती.!!
मेरे इन होंठों पर तेरा नाम अब भी है;
भले छीन ली तुमने मुस्कुराहट हमारी।
चांदनी को गुमान है की मेरे चाँद में नूर है
मगर ऐसे जीने में क्या मजा जिसकी चांदनी दूर है.
"धडकनें इस दिल की कभी बंद नहीं होगी ...!!
बस तुम इस दिल से निकल कर कहीं मत जाना..
वो रोज़ देखती है उगते हुए सूरज को,,
काश मैं भी किसी सुबह का मंज़र होता,,,
ना लफ़्ज़ों का लहू निकलता है ना किताबें बोल पाती है,
मेरे दर्द के दो ही गवाह थे और दोनों ही बेजुबां निकले !!
मत तोल मोहब्बत मेरी अपनी दिल्लगी से….
चाहत देखकर मेरी अक्सर तराज़ू टूट जाते ह
मेरी वफा की गवाही तो सितारे भी देते हैं ...!!
पर मेरे चाँद को मुझ पर एतबार ना आया ...!!
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